मंजिल है कहीं और तेरी पर रस्ता ये कोई और है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
बेपरवाह गलियों में भटक रहा, क्या तेरे सनम का ठौर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
रुसवा हो जमाने से, आँखों से बारिश बड़ी जोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
धुंधलाती यादें फिर उकरते ही, चहका तेरा पोर पोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
रुलाती हुई इस तमस के बाद, जगाती हुई एक भोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
तू बंधा पड़ा है जाने कबसे, अनदेखी सी वो डोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
कभी हंसती कभी रोती ध्वनि, क्या तेरा ही ये शोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।
देखता हसरतों से रस्ते को, चांद ज्यों देखता चकोर है,
मेरे दिल आज ये बता दे, तू जाता ये किस ओर है ।