नेताजी सुभाष चन्द्र बोस
जन्म: 23 जनवरी 1887
नेताजी के जयंती पर अनेकानेक श्रद्धांजलि !!!
हे नेताजी ! प्रणाम करूँ,
तेरे आगे निज शीश धरूँ |
नहीं कोई भक्त माँ भारत का,
तुझ जैसा कभी हो पाया है;
लाल महान तुम इस धरती के,
कोई न तुझसा हो पाया है |
हे नेताजी ! प्रणाम करूँ,
तेरे आगे निज शीश धरूँ |
जिस आज़ादी के दम पर अब,
हम सब यूं इठला सकते हैं;
पाने को तुम लड़े जान से,
कभी न हम झुठला सकते हैं |
हे नेताजी ! प्रणाम करूँ,
तेरे आगे निज शीश धरूँ |
कहाँ तेरे सपनों का भारत,
अब तक हम बनवा पाये हैं;
एक देश हो, हो समानता,
कहाँ ऐसा करवा पाये हैं |
हे नेताजी ! प्रणाम करूँ,
तेरे आगे निज शीश धरूँ |
लेना होगा प्रण हम सबको,
आदर्शों पर चले तुम्हारे;
वही सच्ची श्रद्धांजलि तुमको,
कर्म हो श्रद्धा सुमन हमारे |
हे नेताजी ! प्रणाम करूँ,
तेरे आगे निज शीश धरूँ |
प्रभावशाली ,
ReplyDeleteजारी रहें।
शुभकामना !!!
आर्यावर्त
आर्यावर्त में समाचार और आलेख प्रकाशन के लिए सीधे संपादक को editor.aaryaavart@gmail.com पर मेल करें।
सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति करें अभिनन्दन आगे बढ़कर जब वह समक्ष उपस्थित हो .
ReplyDeleteआप भी जाने कई ब्लोगर्स भी फंस सकते हैं मानहानि में .......
विनम्र नमन
ReplyDeleteसुन्दर रचना!
ReplyDeleteजन्मदिवस पर नेता जी को नमन!
mera shat -shat pranam ..
ReplyDeleteशत-शत नमन
ReplyDeleteनेता जी सुभाष चन्द्र बोस को शत शत नमन !
ReplyDeleteवो जो स्वयं विलुप्तता मे चला गया - ब्लॉग बुलेटिन नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को समर्पित आज की ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जन्मदिवस पर नेता जी को शत शत नमन,,,
ReplyDeleterecent post: गुलामी का असर,,,
कहाँ तेरे सपनों का भारत,
ReplyDeleteअब तक हम बनवा पाये हैं;
एक देश हो, हो समानता,
कहाँ ऐसा करवा पाये हैं |
सुन्दर रचना....
प्रदीप जी, जन्म दिन की आप को कोटि वधाइयाँ !!!
ReplyDeleteबहुत महत्वपूर्ण पात्र चयनित किये काव्य सृजन हेतु ,वधाई !!
२२ जनवरी,२०१३ को प्रकाशित रचना- 'हे नेताजी ! प्रणाम करूँ' में नेता जी का जन्म दिन '२३ जनवरी १९८७' को ठीक कर लें ! मेरी समझ में जन्म का वर्ष १९८७ के स्थान पर १८८७ होना चाहिये |सुधार करने की मत्री पूर्ण सलाह है |
२3 जनवरी
उत्कृष्ट भावांजलि .
ReplyDelete
ReplyDeleteसुंदर रचना
उत्कृष्ट प्रस्तुति
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
कहाँ खड़ा है आज का मजदूर------?