दिल से चाहने वाले का प्यार भी हूँ,
हर शख्स, हर अक्स मेरी नज़रों में है,
आँखों की नमी, होठों की हंसी, और सपनों का चौकीदार भी हूँ |
इस जहाँ में करोड़ों में एक आशियाँ मेरा भी है,
सबके बीच इस जहाँ में एक जहाँ मेरा भी है;
मेरे भी कुछ सपने हैं, मेरे भी कुछ अपने हैं,
रंग बिरंगे गुलशन में एक गुलिश्तां मेरा भी है |
prayas achchha hai
ReplyDeleteachi koshish
ReplyDeleteek salah hai bura mat maniyega but word verification remove kar lijiye kayi log padhne k baad bhi iski wajah se comments dene se bachte hain. Alag se comment isliye diya taki ise app delete kar sake aur kavita par meri tippani bani rahe
ReplyDeleteregards
http://alokitajigisha.blogspot.com
maine hata diya hai word verification.. thanks for your suggestion..
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